झूमके बहुत पसंद है उसको! बस चले उसका तो गड़बड़झाला के सारे झूमके अपनी ड्रोर में सज़ा ले!
सजने सवरने का बेहद शौक़ है उसे! काजल बड़ी देर तक लगती है! एकदम बैलेंस! तीखा! शायरा बनों वाला!
हल्के रंग की लिप्स्टिक और माथे पे मैचिंग की बड़ी सी बिंदी! दाँत थोड़े टेढ़े-मेढ़े हैं उसके!
दरसल दिल का रास्ता पेट से होकर गुज़रता है और पेट का मुँह से!
तो बस उसी टेढ़े-मेढ़े दाँत में फँसा है एक लड़के का दिल! नज़र भर के जो एक बार देख भर लेती है तो दिल ऐसे हिलोरे मारने लगता है जैसे किसी छोटे बच्चे के पेट में गुदगुदी लग रही हो!
जिम्मदारियों के बोझ से भागती नही है वो! लड़ा करती है दुनिया से!
हर रोज़! हर सुबह उठती है अपनी सारी ख़्वाहिशें लिए और शुरू हो जाती है जेद्दोजहद ख़्वाबों को पूरा करने की!
घर की ज़िम्मेदारी निभाने की! लड़ झगड़ के मुस्कुराते हुए वो गिनती है अपनी कमाई! कितने आँसू गिरे? कितनी हँसी खिली? हर रोज़ जब गिनतियाँ होती है तो मुस्कान गिनी चुनी ही निकल पाती है और आँसू!
आँसू हर दिन अनगिनत संख्याओं में एक एक और जुड़ते जाते है! वो जब सबके सामने आती है न तो बस उसी चंद मुस्कान को चेहरे पे रख कर आती है!
आँसू का कोटा उसकी तकिया पर उतरता है!
नेलपोलिश साड़ी के कलर की ही प्रिफ़र करती है!
एक गाल पे डिम्पल भी पड़ता है! बाल खुले हों या पोनी टेल, चाहे सामने हों या पीछे, चेहरे की रौनक़ बरक़रार रहती है! उलझन शेयर नही करती किसी से बस ख़ुशियाँ बाटती है! कुछ किताबें साथी है उसके और कुछ दोस्त उसकी ज़िन्दगी!
पालक बहुत पसंद है उसे! खाना बनाने का शौक़ भी बहुत है! शॉपिंग के नाम पे सारी दुकान ख़ाली करा देती है!
ड्राइविंग के नाम पे चेहरा खिल जाता है उसका! ख़ूबसूरत है वो! दुनिया की हर लड़की की तरह! बेहद ख़ूबसूरत!
उसकी अपनी दुनिया है! ख़ुद की दुनिया! जिसके एक बार अगर तुम घुस गए तो बाहर कभी नही निकल पाओगे!
वो लड़का फँस गया है! उसके साथ जी रहा है! उसके प्रेम में जी रहा है! हर रोज़! अलबेली है वो😊
सजने सवरने का बेहद शौक़ है उसे! काजल बड़ी देर तक लगती है! एकदम बैलेंस! तीखा! शायरा बनों वाला!
हल्के रंग की लिप्स्टिक और माथे पे मैचिंग की बड़ी सी बिंदी! दाँत थोड़े टेढ़े-मेढ़े हैं उसके!
दरसल दिल का रास्ता पेट से होकर गुज़रता है और पेट का मुँह से!
तो बस उसी टेढ़े-मेढ़े दाँत में फँसा है एक लड़के का दिल! नज़र भर के जो एक बार देख भर लेती है तो दिल ऐसे हिलोरे मारने लगता है जैसे किसी छोटे बच्चे के पेट में गुदगुदी लग रही हो!
जिम्मदारियों के बोझ से भागती नही है वो! लड़ा करती है दुनिया से!
हर रोज़! हर सुबह उठती है अपनी सारी ख़्वाहिशें लिए और शुरू हो जाती है जेद्दोजहद ख़्वाबों को पूरा करने की!
घर की ज़िम्मेदारी निभाने की! लड़ झगड़ के मुस्कुराते हुए वो गिनती है अपनी कमाई! कितने आँसू गिरे? कितनी हँसी खिली? हर रोज़ जब गिनतियाँ होती है तो मुस्कान गिनी चुनी ही निकल पाती है और आँसू!
आँसू हर दिन अनगिनत संख्याओं में एक एक और जुड़ते जाते है! वो जब सबके सामने आती है न तो बस उसी चंद मुस्कान को चेहरे पे रख कर आती है!
आँसू का कोटा उसकी तकिया पर उतरता है!
नेलपोलिश साड़ी के कलर की ही प्रिफ़र करती है!
एक गाल पे डिम्पल भी पड़ता है! बाल खुले हों या पोनी टेल, चाहे सामने हों या पीछे, चेहरे की रौनक़ बरक़रार रहती है! उलझन शेयर नही करती किसी से बस ख़ुशियाँ बाटती है! कुछ किताबें साथी है उसके और कुछ दोस्त उसकी ज़िन्दगी!
पालक बहुत पसंद है उसे! खाना बनाने का शौक़ भी बहुत है! शॉपिंग के नाम पे सारी दुकान ख़ाली करा देती है!
ड्राइविंग के नाम पे चेहरा खिल जाता है उसका! ख़ूबसूरत है वो! दुनिया की हर लड़की की तरह! बेहद ख़ूबसूरत!
उसकी अपनी दुनिया है! ख़ुद की दुनिया! जिसके एक बार अगर तुम घुस गए तो बाहर कभी नही निकल पाओगे!
वो लड़का फँस गया है! उसके साथ जी रहा है! उसके प्रेम में जी रहा है! हर रोज़! अलबेली है वो😊
Awsm lines Bhai
ReplyDeleteFantastic...😃
ReplyDeleteSukriya madam
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